क्या अक्सर सर्दियों में आपके पेट दर्द की समस्या बढ़ जाती है? क्या आपके पेट में ऐंठन जैसे दर्द होता है? क्या आप रेगुलर पेट में हल्का हल्का दर्द महसूस करते हैं? क्या पेट के नीचे लेफ्ट साइड में ही आपको दर्द होता है? क्या आपके बच्चों के साथ बार-बार पेट दर्द की समस्या होती है? यदि इनमें से किसी भी सवाल का जवाब हां में है, तो समझ लीजिए कि ये लेख बस आपके लिए हैं, क्योंकि आज के कुछ सीखें लेख में हम पेट दर्द होने पर घरेलु उपचार के बारे में बताने वाले है। साथ ही आपको बताएंगे कि पेट दर्द को इग्नोर करना, आपके लिए कितना सीरियस साबित हो सकता है। 

    पेट दर्द, एक ऐसी आम समस्या में से है, जो कभी भी, किसी को भी हो सकती है। इसे कोई बीमारी नहीं कहा जाता है, बल्कि ये अन्य कई बीमारियों के लिए एक सिम्टम्स होता है। पेट दर्द कई प्रकार के हो सकते हैं और इसके होने के कारण भी अलग-अलग होते हैं। पेट दर्द के संभावित कारण में कब्ज, दस्त, सीने में जलन, अल्सर के अलावा कुछ गंभीर प्रॉब्लम जैसे किडनी स्टोन, अपेंडिक्स, यूरिन इन्फेक्शन, फूड पॉइजनिंग, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, जिसे आंत की सूजन भी कहते है और पेट का कैंसर, स्टमक में ब्लड सरकुलेशन की कमी, पेनक्रियाज में इंफेक्शन या स्वेलिंग भी शामिल हो सकते हैं।

        अक्सर हम पेट दर्द को एक आम समस्या मानकर इग्नोर कर देते हैं, लेकिन यदि पेट दर्द कुछ सामान लक्षणों के साथ बार-बार हो, तो ऐसे इग्नोर करना आपके लिए भारी पड़ सकता है। आइए जानते हैं पेट दर्द के कुछ प्रकार के बारे में, ताकि पता कर सके कि कब पेट दर्द को हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

पेट का सामान्य दर्द

  बाहर के ज्यादा खाने या तेल युक्त  पदार्थों का अधिक सेवन से कब्ज और अपच की समस्या होती है, जो पेट के पूरे या आधे भाग को प्रभावित करता है। हालांकि इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं होती क्योंकि एक से दो दिन में ही ठीक हो जाते हैं।

पेट में ऐठन वाला दर्द होना

कभी-कभी लूज मोशन की प्रॉब्लम के कारण या काफी देर तक खाली पेट रहने से  गैस बनने के कारण पेट में ऐंठन जैसे दर्द होने लगती है। हालांकि ये थोड़ी ज्यादा तकलीफ दे होती है लेकिन ये दर्द भी एक से दो दिन तक ही रहता हैं।

पेट में हल्का हल्का दर्द लगातार होना

ये इंफेक्शन, स्वेलिंग या इंटेस्टाइन में परेशानी होने से हो सकता है। इंफेक्शन के कारण बैक्टीरिया डाइजेस्टिव सिस्टम को प्रभावित करते हैं, जिससे पेट में लगातार हल्का हल्का दर्द बना रहता है। पेट में  हल्का हल्का दर्द का लगातार होना, खतरे का संकेत है, ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलें।

पेट के निचले राइट साइड में दर्द होना

यदि दर्द पेट में केवल राइट साइड में होता है, तो ये अल्सर, अपेंडिक्स , किडनी स्टोन और पेट के हर्निया का भी कारण हो सकता है। यह कितने गंभीर बीमारी है, ये तो आपको पता ही होगा।

पेट के नीचे लेफ्ट साइड में दर्द होना

यदि  ये दर्द सामान्य से ज्यादा हो, तब ऐसी स्थिति में  कभी-कभी आपके पेट या छोटी आंत में सूजन हो सकती हैं। साथ ही किडनी स्टोन और डायवर्टिकुलाइटिस भी हो सकता है, इसे नजरअंदाज करना भी घातक हो सकता है।

लहरों की तरह पेट में दर्द होना  

यदि पेट मे लहरों की तरह  दर्द होता है, जो बार-बार शुरू होता है और अचानक से बंद हो जाता है। तो ये भी किडनी स्टोन या गालब्लेडर स्टोन के कारण हो सकते है।

       अक्सर हम सुनते है कि सर्दियों में पेट दर्द की समस्या बढ़ जाती है और ये फेक्ट भी है, क्योंकि सर्दियों में शरीर को अधिक गर्म रखने के लिए अधिक कैलोरी लगती है, जिससे भूख ज्यादा लगता है। आवश्यकता से अधिक खाने की वजह से हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम प्रभावित होता है और तब पेट में दर्द होता है। इसके अलावा  बच्चों के साथ भी बार-बार पेट दर्द की समस्या देखी जाती है, जिसका मुख्य कारण प्रोसेस्ड फूड, फ्राइड फूड के अधिक सेवन से होने वाले इन्फेक्शन होते हैं। 

पेट दर्द के लिए आसान घरेलू उपचार

1.अदरक – बिना दूध और चीनी के इस अदरक वाली चाय को शहद और नींबू के रस के साथ बनाएं। अदरक पेट से जुड़ी लगभग सारी समस्याओं को ठीक करने के लिए कारगर माना गया है।

2. सौंफ – एक चम्मच पीसी सौंफ को पानी के साथ उबालकर ठंडा करें और फिर शहद के साथ ले। जी हां, सौंफ  पेट की हर बैक्टीरिया  को दूर करके पाचन शक्ति को स्ट्रांग करता हैं, इसलिए अक्सर रेस्टोरेंट में खाने के बाद सौंप दिया जाता है। 

3. अजवाइन – जीरा, अजवाइन और अदरक पाउडर को अच्छी तरह मिला कर, एक गिलास गुनगुना पानी के साथ रात में सोने से पहले ले। इसमें कार्मिनेटिव गुण  होते हैं, जो पेट और आंत से जुड़ी सभी समस्याओं में लाभदायक होते है। 

4. जीरा –  जीरे को तवे पर हल्का भून लें और दिन 2 से 3 इसका सेवन करें। इसे पेट दर्द के कारण होने वाले इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में काफ़ी उपयोगी माना गया है।

5. सेब का सिरका– एक चम्मच सेब का सिरका और आधा चम्मच शहद को एक कप गर्म पानी के साथ ले। आराम ना होने पर इसे दोबारा ले। ये यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन या पाचन से जुड़ी समस्या से आराम दिलाने में मदद कर सकते हैं।

6. कैमोमाइल चाय – एक कप गर्म पानी में कैमोमाइल टी-बैग डालकर शहद मिलाएं। ये एक नेचुरल हर्ब है, और इसका इस्तेमाल लंबे समय से पेट दर्द के उपचार में किया जाता रहा है।

7. चावल का पानी – चावल बनाते समय 80% चावल पकने के बाद एक कप पानी निकाल कर ठंडा कर ले और इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। पेट दर्द से आराम के लिए रोज दो बार ले। बच्चों के पेट दर्द के लिए ये बेस्ट घरेलू उपचार के रूप में जाना जाता है। 

8. तुलसी – तुलसी के पत्ते को पानी के साथ उबालकर  पिएं, या चाहे तो तुलसी के पत्तों का सीधे भी सेवन कर सकते हैं। तुलसी का पेट दर्द से जुड़े अल्सर के उपचार में   उपयोग किया जाता है, क्योंकि इसमें  एंटीअल्सर और अल्सर को भरने वाले गुण होते हैं।

9. हींग – चुटकी भर हींग पाउडर को  एक गिलास गुनगुना पानी और सेंधा नमक के साथ मिलाकर धीरे-धीरे पिएं। हींग में मौजूद एंटीस्पास्मोडिक गुण के कारण ये सभी पेट दर्द से आराम दिला सकता है। 

10. दही – दही अपने अच्छे बैक्टीरिया के लिए जाना जाता है, जो पेट के पाचन में सुधार करता है। पेट दर्द या अपच में दही खाने से काफी आराम मिलता है।

11. पुदीना – पुदीना के पत्ते  में एंटीस्पास्मोडिक का प्रभाव होने से ये पेट में  गैस के दर्द को कम करने में फायदेमंद है। पुदीने के पत्ते को चाय की तरह उबालकर शहर के साथ ले। आप चाहे तो पुदीने के पत्ते को सीधे चबा भी सकते हैं।

12. वॉर्म कंप्रेसर – पेट दर्द वाले हिस्से में लगभग 15 से 20 मिनट तक वॉर्म कंप्रेसर को रखें। जब तक आराम ना हो प्रक्रिया को दोहराते रहे। वॉर्म कंप्रेसर पेट की मसल्स को आराम देने का काम करता है। साथ में पेट में होने वाले ऐठन को भी दूर करता है।

            तो दोस्तों, आज के कुछ सीखें लेख में हमने आपको पेट दर्द होने पर घरेलु उपचार क्या करें और पेट दर्द से जुड़ी सीरियस प्रॉब्लम को शेयर किया है। अगर आपको हमारी ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर शेयर जरूर करें और पेट दर्द से जुड़े और कोई भी सवाल आपके मन में हो, तो उसे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें, हम आपके कमेंट के जवाब के लिए उत्सुक हैं।

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अबॉर्शन के बाद पेट दर्द क्यों होता है? - कुछ सीखे · 22/12/2022 at 4:54 pm

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