किसी भी बड़े बिजनेस/कंपनी को अच्छे तरीके से चलाने के लिए एक एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट और एक मैनेजमेंट डिपार्टमेंट का होना बहुत जरूरी है। एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजमेंट ही किसी भी बिज़नेस/कंपनी का मुख्य आधारशिला होता है, लेकिन कई छोटी-बड़ी कंपनियों में इन दोनों पोस्ट के कार्यों को लगभग समान कर दिया गया है। इस कारण से कई लोगों को इन बिजनेस एडमिन और बिजनेस मैनेजर पोस्ट के बीच के डिफरेंस को समझना मुश्किल हो जाता हैं। इसलिए  “कुछ सीखे” मे हम आपके लिए बिजनेस एडमिन और बिजनेस मैनेजर पोस्ट के बीच के डिफरेंस संबंधित लेख आज लेकर आये है।

बिज़नेस एडमिन पोस्ट क्या है?

    किसी भी कंपनी में बिजनेस एडमिन वो पोस्ट होते हैं, जो किसी भी कंपनी के बाहर और अंदर के सारे क्रियाकलापों को निर्देशित करते हैं। बिजनेस एडमिन किसी भी बिजनेस के लिए प्रतिदिन संचालन और देखरेख के लिए संपूर्ण जिम्मेदार होते हैं। सरल शब्दों में यह कह सकते हैं कि एडमिनिस्ट्रेशन किसी भी कंपनी को सफलतापूर्वक और लाभ की स्थिति के साथ संचालित करते हैं।

   एक बिजनेस एडमिन कार्यों के अंतर्गत कर्मचारियों का प्रबंधन करना,  कंपनी के विकास संबंधित निर्णय लेना, बिजनेस का दिन प्रतिदिन विकास करना और अपने कर्मचारियों को कंपनी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना आदि शामिल है।

बिज़नेस एडमिन के अंतर्गत कौन कौन से पोस्ट आते है।

    एक कंपनी में बिजनेस एडमिन के अंतर्गत निम्नानुसार पोस्ट रखें जा सकते हैं –

  •  हुमन रिसोर्स स्पेशलिस्ट – यह कंपनी के लिए नए और काबिल और कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करते हैं। ये कंपनी में कर्मचारी के पे रोल दस्तावेज से लेकर व्यक्तिगत जानकारी के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • अकाउंटेंट / वित्त प्रमुख – कंपनी के सभी विभागों के वित्तीय रिपोर्ट को तैयार करते हैं, ताकि कंपनी के पूर्व खर्च के आधार पर भविष्य के खातों का विवरण बनाया जा सके।
  •  मार्केटिंग स्पेशलिस्ट – किसी भी कंपनी के प्रोडक्ट के सेल्स के साथ विभिन्न में प्रोडक्ट के प्रमोशन का कार्य करते हैं।  साथ-ही हर प्रोडक्ट के लिए ज्यादा से ज्यादा कस्टमर तैयार कर सके,  इसके लिए रणनीति तैयार करते हैं। इनका मुख्य कार्य प्रोडक्ट या सर्विस को बेहतरीन ढंग से सेल्स करना होता है।
  • बिजनेस एनालिस्ट – बिजनेस में  किसी भी प्रकार की त्रुटि को सुधारने के लिए या अच्छा से अच्छा प्रोडक्ट को तैयार करने के लिए एक बिजनेस एनालिस्ट की जरूरत होती है। इनका मुख्य काम बिजनेस में आ रहे सारी समस्याओं का सॉल्यूशन को निकालना होता है।

      ये जरूरी नहीं है कि केवल ये चार पोस्ट ही किसी कंपनी में बिजनेस एडमिन के अंतर्गत आते हैं। हालांकि लेख मे बताये ये चार पोस्ट मुख्य हैं, लेकिन कुछ कंपनियों द्वारा बिज़नेस एडमिन के अंतर्गत कई अन्य पोस्ट भी रखा जाता हैं।

बिज़नेस मैनेजर पोस्ट क्या है?

     बिजनेस मैनेजर का काम ओवरऑल बिजनेस में प्रोडक्ट और एम्पलाई के केयर और सुपरविजन पर आधारित है। बिजनेस मैनेजर में काम करने वाले लोग अक्सर टीम लीडर की भूमिका निभाते हैं। जिसके अंतर्गत वो अपने विभाग के टीम के सदस्यों के साथ प्रतिदिन अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं।

      एक बिजनेस मैनेजर के कार्यों के अंतर्गत वर्क एनवायरमेंट को बनाना, एम्पलाई को अच्छे काम के लिए प्रोत्साहित करना, कंपनी के लिए विभिन्न लक्ष्यों का निर्धारण कर उनको व्यवस्थित करने में अपने सहायकों की मदद करना आदि शामिल है।

बिज़नेस मैनेजर के अंतर्गत कौन कौन से पोस्ट आते है।

  एक कंपनी में बिजनेस मैनेजर के अंतर्गत निम्नानुसार पोस्ट रखें जा सकते हैं –

  • ऑपरेशन मैनेजर – एक ऑपरेशन मैनेजर कंपनी के भीतर विभिन्न विभागों के देखरेख करता है। कंपनी के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ये हुमन रिसोर्सेस, सेल्स,  मार्केटिंग जैसे सभी विभागों के साथ मिलकर काम करता है। इनके अंदर टीम लीड करने की क्षमता होती है।
  •  सेल्स मैनेजर – प्रोडक्ट के सेल्स को बढ़ाने के लिए सेल्स टीम  को नेतृत्व करता है। कर्मचारियों की सहायता से ग्राहकों के डिमांड को पूरा करने, ग्राहकों को जोड़ने और सेल्स में आने वाली चुनौतियों का सामना करने को टीम को प्रशिक्षित करते हैं।
  • एनालिस्ट मैनेजर – यह कंपनी के अंतर्गत प्रोडक्ट के प्रोडक्शन और सेल्स से संबंधित सभी डाटा एनालिसिस करने काम करता है। इसके लिए काफी ज्यादा इंटेलिजेंट सोच की जरूरत होती है।
  • फाइनेंशियल रिर्पोटिंग मैनेजर –  इस पोस्ट के अंतर्गत का कंपनी के सभी कानूनी और लेखा टीमों के साथ मिलकर काम किया जाता है। इनके द्वारा कंपनी के अंतर्गत आने वाले सभी फाइनेंशियल रिकॉर्ड मेंटेन करके लिए एक नई रणनीति तैयार की जाती है।

        किसी कंपनी के बिजनेस मैनेजर मे भी केवल ये  केवल ये चार पोस्ट ही नहीं होते है बल्कि कुछ कंपनियों द्वारा बिज़नेस एडमिन के अंतर्गत कई अन्य पोस्ट भी रखे जाते हैं।

बिज़नेस एडमिन और बिज़नेस मैनेजर पोस्ट के बीच डिफरेंस

     किसी भी कंपनी में बिजनेस एडमिन और बिजनेस मैनेजर का पोस्ट काफी उच्च स्तर का होता है। दोनों पोस्ट किसी बिजनेस ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बिजनेस एडमिन और बिजनेस मैनेजर पोस्ट के बीच काफी लोगों ने डिफरेंस समझ नहीं आता है, लेकिन यदि आप बारीकी से देखेंगे तो  इन दोनों पोस्ट के अंतर्गत काफी ज्यादा भिन्नता हैं। आइए जानते हैं –

  • बिजनेस एडमिन उच्च स्तर का पोस्ट होता है, जबकि बिजनेस मैनेजर मध्य और निचला स्तर का पोस्ट होता है।
  • बिजनेस एडमिन एक निर्णायक की भूमिका निभाता है, जबकि बिजनेस मैनेजर एक कार्यकारिणी के रूप में  कार्य करता है।
  • बिजनेस एडमिन का काम नीति / नियमों का निर्धारण करना होता है, जबकि बिजनेस मैनेजर का काम नीति/नियमों का क्रियान्वयन करना होता है।
  • बिजनेस एडमिन  पूरे  बिजनेस की गतिविधियों पर पूर्ण नियंत्रण रखता है, जबकि बिजनेस मैनेजर एडमिनिस्ट्रेशन के अंतर्गत ही कार्य करता है।
  • बिजनेस एडमिन की उपस्थिति सभी प्रकार के बिजनेस, कंपनी या कार्यालय में जरूरी होता है, जबकि बिजनेस मैनेजर की उपस्थिति हर जगह जरूरी नहीं होती है।
  • बिजनेस एडमिन का मुख्य फैसला होता है क्या किया जाए और कब करना है? जबकि बिजनेस मैनेजर के मुख्य फैसले में काम कौन करेगा और कैसे किया जाएगा, शामिल होता है।
  • बिजनेस एडमिन कहीं-कहीं पर मालिक ही होते हैं, जिनके द्वारा निवेश करके बिज़नेस तैयार किया जाता है, जबकि बिजनेस मैनेजर एक कर्मचारी होता है जिससे एक पारीश्रमिक के तौर पर कार्य लिया जाता है।

दोनों मे से कौन सा पोस्ट अच्छा है, बिज़नेस एडमिन या बिज़नेस मैनेजर

    वैसे देखा जाए तो पद और सैलरी के हिसाब से  बिजनेस एडमिन और बिजनेस मैनेजर दोनों ही पोस्ट काफी अच्छा है, लेकिन यदि बात दोनों में से बेस्ट चुनने का है, तब बिजनेस एडमिन को अच्छे और उच्चतर के करियर के रूप में आप देख सकते हैं। बिजनेस एडमिन बिजनेस मैनेजर से बड़ा पोस्ट होता है, इसलिए इसमें करियर ग्रोथ की संभावना भी अधिक होती है।

    तो दोस्तों आज के “कुछ सीखे” लेख में हमने आपको बिजनेस एडमिन और बिजनेस मैनेजर पोस्ट के बीच में डिफरेंस क्या होता है?, इसके बारे में पूरी जानकारी दी है। यदि लेख आपको पसंद आया हो या  बिजनेस एडमिन / बिजनेस मैनेजर से जुड़ी और कोई जानकारी आपको चाहिए हो, तो कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर लिखें। 

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