गाड़ी चलाते समय सभी तरह के ट्रैफिक नियमों के लिए सावधान रहने की जरूरत है। ट्रैफिक नियमों के अंतर्गत ड्राईविंग लाइसेंस के अलावा सभी जरुरी दस्तावेज साथ रखना,  हेलमेट पहनना , सीट बेल्ट  बांधना, ट्रैफिक सिग्नल का पालन करना और मोबाइल फोन का न इस्तेमाल करना सहित कई नियमों का पालन करना भी अनिवार्य होता है। बहुत से लोगों के मन में   ट्रैफिक पुलिस चालान नियम को लेकर कई सवाल होते हैं, इसलिए आज के “कुछ सीखें” लेख मे हम आपको ट्रैफिक पुलिस चालान नियम क्या होता है? इसके बारे में विस्तार से बताने आये है।

 ट्रैफिक चालान क्या होता है?

     भारत सरकार द्वारा एक अधिनियम के अंतर्गत यातायात के नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। यदि कोई व्यक्ति वाहन चलाते वक्त यातायात नियमों / ट्रैफिक पुलिस के नियमों का पालन नहीं करता है, तब ट्रैफिक पुलिस द्वारा उस वाहन चालक के ऊपर  जुर्माना / सजा लगाने का प्रावधान है। जो अलग-अलग नियमों का उल्लंघन करने की स्थिति में अलग-अलग निर्धारित किया गया है। इसे ही ट्रैफिक चालान कहा जाता है। 

 ट्रैफिक चालान के लिए कौन सा अधिनियम बनाया गया है?

सड़क पर होने वाले एक्सीडेंट को कम करने के लिए सभी दो तीन और चार पहिया वाले वाहनों के लिए मोटर व्हीकल अधिनियम 1989 बनाया गया था। जिसे 30 साल बाद संशोधित करके 1 सितंबर 2019 को नये  मोटर वाहन अधिनियम को लाया गया है। मोटर व्हीकल अधिनियम 2019 अब पूरे भारत में लागू है। इस नये अधिनियम के अंतर्गत पुराने मोटर व्हीकल अधिनियम में संशोधन करके नए चालान / ई चालान और नये यातायात नियमों को जोड़ा गया है।

 ट्रैफिक चालान के प्रकार 

  •  मौके पर दिया गया चालान : 

      जब ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले को पुलिस तुरंत पकड़ लेती है और साथ ही साथ चालान थमाकर पैसे वसूल लेती है।

      यदि आपके साथ ऐसा हो, तो इसकी रसीद अवशय लें। यदि व्यक्ति किसी कारणवश  चालान नहीं भर पाते तो ट्रैफिक  पुलिस उनका चालान काटकर डीएल जब्त कर लेते है। फिर संबंधित व्यक्ति को कोर्ट जाकर जुर्माना के साथ  डीएल छुड़ाना होता है ।

  •  पते पर नोटिस का चालान : 

       ऐसे  वाहनचालक, जो सड़क के नियमों को तोड़कर  कर मौके से फ़रार हो जाते हैं। तब ट्रैफिक पुलिस द्वारा उन गाड़ियों के नंबर पर  रजिस्टर्ड चालान उनके पते पर भेजा जाता  है।  इस चालान ऑनलाइन या ट्रैफिक पुलिस के स्थानीय कार्यालय में जाकर भरा जा सकता है।

  •  कोर्ट के द्वारा दिया गया चालान : 

     ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन की स्थिति में कुछ चालान केवल कोर्ट द्वारा ही काटे जाते हैं। इन चालान के तहत सजा और जुर्माना दोनों की संभावना होती है। इस चालान गंभीर आपराधिक स्थिति में दिया जाता है  जैसे: ड्रंक एंड ड्राइव, उच्चतम न्यायलय के उल्लंघन या परमिट के उल्लंघन आदि।

 भारत में  यातायात उल्लंघन और उसकी जुर्माना सूची राज्य स्तर पर चालान काटने के नये नियम

      भारत में यातायात उल्लंघन और उसकी जुर्माना सूची पिछली “ट्रैफिक से संबंधित अपराध और जुर्माना ” के  आर्टिकल में विस्तार से बताया गया है। राज्य स्तर पर चालान काटने के नये नियम के अंतर्गत सभी राज्यों में ई चालान की व्यवस्था की गई है। जिसे प्रत्येक राज्य के सड़क और परिवहन के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भरा जा सकता है। हालांकि पूरे भारत में मोटर व्हीकल अधिनियम 2019 लागू है,  लेकिन हर राज्य द्वारा इसे अपने-अपने तरीके से करने वाले के ऊपर लगाया जाता है।

 ट्रैफिक चालान से बचने के उपाय

 चालान काटा ही इसलिए जाता है  ताकि हर व्यक्ति  सड़क के सुरक्षा नियमों का पालन करें और हमेशा सुरक्षित रहें। आप हमेशा से वाहन चालते समय नियमों का पालन अवश्य करें, इसमें आपकी ही भलाई है। बहुत बार ऐसी कंडीशन निर्मित हो जाती है  कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी गलत  चालान काट देते है या ऐसा चालान काटने की बात करते हैं, जिनमें उनका अधिकार भी नही है। इसलिए यहां हम आपको गलत तरीके से काटे जा रहे चालान से बचने के उपाय बता रहे हैं

  •  यदि ट्रैफिक पुलिस गलत तरीके से आपका चालान  काट लेते है, तो ये जरूरी  नहीं कि आपको चालान भरना ही पड़ेगा।
  • आपका चालान 100 नंबर की पीसीआर वाले पुलिसकर्मी कभी  नही काट सकते है यह उनका  अधिकार नही है। ध्यान रहे कि चालान सिर्फ ट्रैफिक पुलिस ही काट सकते है। 

 ट्रैफिक चालान से बचने के अन्य उपाय

  • समय पर अपने गाड़ी के कागज  को रिन्यू और अपडेट करवाते रहें।
  •  हमेशा अपने पास गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) रखें।
  • गाड़ी के सभी पेपर्स के डुप्लीकेट कॉपी हमेशा साथ रखें।
  • ड्राइविंग लाइसेंस के बिना गाड़ी ना चलाएं।
  • गाड़ी की इंश्योरेंस पॉलिसी की एक प्रतिलिपि  भी साथ रखनी होगी।
  • गाड़ी का पॉल्यूशन सर्टिफाइड समय-समय पर कराते रहें।
  • ओवर स्पीड  में गाड़ी ना चला कर स्पीड लिमिट का हमेशा ध्यान रखें, इससे आप खुद भी सुरक्षित रहेंगें और दूसरों को भी आपकी वजह से  कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। यदि आप कार में बैठते है तो सीट बेल्ट पहनने के बाद ही कार चालू करें।
  • बिना हेलमेट के टू-व्हीलर्स को बिल्कुल ना चलाएं।
  •  नशे में या शराब पीकर गाड़ी कभी ना चलाएं।
  • गाड़ी चलाते समय मोबाइल या ब्लूटूथ के माध्यम से बातचीत बिल्कुल ना करें।
  •  नाबालिक या 18 साल से कम आयु के लोगों को कोई भी गाड़ी चलाने को ना दें।
  •  गाड़ी में क्षमता से अधिक ओवर लोडिंग ना करें।
  • स्कूटर/बाइक पर कभी भी ट्रिपलिंग  या ज्यादा  लोग नहीं बैठना चाहिए।
  •  सिग्नल के सभी नियमों का पालन करें।

                तो दोस्तों आज की ” कुछ सीखें “लेख में हमने आपको ट्रैफिक पुलिस चालान नियम क्या है?, इसके बारे में पूरी जानकारी दी है। उम्मीद करते हैं यह लेख आपको पसंद आई होगी, तो लेख को शेयर करके कमेंट बॉक्स में अपनी राय को जरूर लिखें।

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