आज भी कई महिलाएं अपने प्राइवेट पार्ट से रिलेटेड बात करने में झिझक महसूस करती है। व्हाइट डिस्चार्ज भी महिलाओं के प्राइवेट पार्ट से रिलेटेड एक आम प्रॉब्लम में से एक है। जनरली पीरियड स्टार्ट होने के पहले और पीरियड खत्म होने के बाद महिलाओं के वजाइना से ये व्हाइट डिस्चार्ज होते है। जब ये व्हाइट डिस्चार्ज थोड़ी मात्रा में होते हैं, तो इससे महिलाओं को कोई खास परेशानी नहीं होती है और इसे नार्मल भी माना जाता है ,  लेकिन जब व्हाइट डिस्चार्ज का सेक्रीशन बहुत ज्यादा होता है और साथ में वजाइना में खुजली और जलन भी होता है। तब व्हाइट डिस्चार्ज के इस तरह के कंडीशन महिलाओं के लिए काफी नुकसानदायक हो सकते है। कई महिलाओं को व्हाइट डिस्चार्ज के बारे में पूरा नॉलेज नहीं होता है, इसलिए आज के कुछ सीखें आर्टिकल में हम पीरियड से पहले व्हाइट डिस्चार्ज क्यो होता है, में डिटेल जानकारी लेकर आये है।

क्या होता है व्हाइट डिस्चार्ज?

व्हाइट डिस्चार्ज जिसे सामान्य बोलचाल में सफ़ेद पानी या स्वेत प्रदर कहा जाता है, जबकि मेडीकल टर्म में इसे ल्यूकोरिया या लिकोरिया नाम से जाना जाता है, जो महिलाओ के वजाइना से निकलने वाला चिपचिपा, गाढ़ा, हल्का बदबूदार लिक्विड होता है। आमतौर पर ये सफ़ेद रंग के होते है, इसलिए इस व्हाइट डिस्चार्ज कहा गया है, लेकिन कुछ महिलाओं में इसका कलर हल्का पीला, हल्का भूरा या  हल्का हरा रंग में हो सकता है। हर महिलाओं में उनके इंटरनल बॉडी एक्टिविटी की वजह से इसका कलर, कंडीशन और क़्वान्टिटी  डिफरेंट हो सकता है।

व्हाइट डिस्चार्ज कब स्टार्ट होता है?

एक्सपर्ट के अनुसार महिलाओं में पीरियड के दो-चार दिन पहले वाइट डिस्चार्ज स्टार्ट होता है। महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और  प्रोजेस्टेरोन नाम के दो हारमोंस होते हैं ,जो सेक्स, प्रेगनेंसी और व्हाइट डिस्चार्ज के लिए रिस्पांसिबल होते हैं । आमतौर पर पीरियड के लगभग 12 से 14 दिन पहले महिलाओं के शरीर में ये हारमोंस हाई लेवल पर तब आते है, ज़ब एग फेलोपियन ट्यूब से बाहर आते हैं और इसके बाद से ही हल्का फुल्का व्हाइट डिस्चार्ज स्टार्ट हो जाता है, लेकिन एक्चुअल में महिलाओ को पीरियड आने के 2 से 4 दिन पहले व्हाइट डिस्चार्ज का अनुभव होता है। यही समय ओवलूशन पीरियड होता है यानि इस दौरान सेक्स करने पर फेलोपियन ट्यूब से बाहर आये एग के स्पर्म के साथ फ़र्टिलाइज़ होने के ज्यादा चांस होते है। यदि इस दौरान एग स्पर्म के साथ फर्टिलाइज़ नहीं होते है, तब फेलोपियन ट्यूब से बाहर आये एग ब्लड के फॉर्म वजाइना से बाहर आते है, जिसे पीरियड कहते है। पीरियड के बाद अब महिलाओ के बॉडी में अब कोई एग नहीं है, जो स्पर्म से कनेक्ट हो, तो इन हार्मोन स्पेशली एस्ट्रोजन का लेवल डाउन होने लगता है और धीरे-धीरे व्हाइट डिस्चार्ज भी बंद हो जाता है।

क्या व्हाइट डिस्चार्ज नार्मल है?

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि वाइट डिस्चार्ज के पीरियड के कुछ दिन पहले और पीरियड के कुछ दिन बाद तक होना एक सामान्य प्रकिया है l कई रिपोर्ट्स के अनुसार एक महिला के साथ एक दिन में लगभग एक से तीन मिलिलीटर यानि लगभग एक टी-स्पून से भी कम व्हाइट डिस्चार्ज नार्मल है , लेकिन कई बार सही खानपान नहीं होने की वजह से महिलाओं के शरीर में सभी मिनरल्स का सही मात्रा में नहीं होने से लेकर वजाइना में इन्फेक्शन के अलावा और भी बहुत से रीजन है l जो बहुत अधिक व्हाइट डिस्चार्ज के लिए रिस्पांसिबल होते हैं l 

व्हाइट डिस्चार्ज क्यो होता है? 

अब तक हमने नार्मल व्हाइट डिस्चार्ज के कारण को समझा l अब हम व्हाइट डिस्चार्ज अधिक होने के रीजन्स पर बात कर लेते है , जो अलग-अलग महिलाओं में इसके कलर, कंडीशन और क़्वान्टिटी के एकॉर्डिंग अलग-अलग भी हो सकते है l

 आइये जानते है डिटेल में :

अनसेफ और अधिक सेक्स : यदि कपल बिना प्रोटेक्शन के बहुत जल्दी-जल्दी सेक्स करते हैं l तब महिलाओं में कभी-कभी बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो जाता है l जो अधिक व्हाइट डिस्चार्ज का कारण बनता है l 

ब्लड की कमी : ज्यादातर महिलाओं में प्रेगनेंसी के बाद ब्लड की कमी जैसे प्रॉब्लम को देखा गया है , यदि किसी महिला के साथ बहुत अधिक ब्लड की कमी की समस्या रहती है तब उन्हें अधिक व्हाइट डिस्चार्ज को झेलना पड़ सकता है l 

प्रेगनेंसी: प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में अक्सर महिलाओं के वजाइना से व्हाइट डिस्चार्ज अधिक होने की संभावना होती है | हालांकि ये  नुकसानदायक नहीं होता है ,लेकिन यह समस्या पूरे प्रेगनेंसी के दौरान बनी रह सकती है l 

कॉपर टी या गर्भनिरोधक गोली : यदि महिलाएं में आईयूसीडी यानि गर्भनिरोधक उपकरण जैसे कॉपर टी का उपयोग कर रही है  या फिर कोई गर्भनिरोधक गोली का सेवन कर रही है तभी उन्हें वाइट डिस्चार्ज के समस्या का सामना करना पड़ सकता हैl 

वजाइना में इंफेक्शन : कई बार पीरियड के बाद महिलाएं अपने वजाइना को साफ सुथरा नहीं रखती हैं , कभी गंदे पब्लिक टॉयलेट का यूज कर लेती हैं , अधिकतर सिंथेटिक अंडरगारमेंट्स का यूज करती हैं, तब महिलाओं में फंगल इन्फेक्शन हो जाते हैं, जिसकी वजह से भी व्हाइट डिस्चार्ज ज्यादा  होने लगता है l 

खानपान में लापरवाही :  महिलाएं अक्सर अपने शरीर का ध्यान नहीं देती है और अपने खानपान में लापरवाही करती हैं l इसके अलावा चाय ,कॉफी जैसे कैफीन वाले पदार्थों का अधिक सेवन भी व्हाइट डिस्चार्ज का कारण बनता है l 

व्हाइट डिस्चार्ज नुकसानदायक कब है?

नार्मल से ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज महिलाओं के लिए अच्छा नहीं होता है। अधिक व्हाइट डिस्चार्ज की वजह से महिलाओं को वजाइना में जलन, खुलजी, सूजन और दर्द की प्रॉब्लम के साथ-साथ बार-बार यूरिन जाना और पार्टनर के साथ रिलेशन नहीं बना पाने जैसे कई तरह प्रॉब्लम को फेस करना पड़ता है। इसके अलावा इस दौरान महिलाओं के साथ बहुत अधिक थकान, कमजोरी, सिरदर्द, कमरदर्द, कमजोर इम्युनिटी जैसे प्रॉब्लम भी बढ़ जाते है। व्हाइट डिस्चार्ज का कलर व्हाइट होने के साथ-साथ हल्का,साफ और पानी की तरह हो, तो ही अच्छा होता है, लेकिन ज़ब ये 

हल्का पीला, हल्का भूरा या  हल्का हरा रंग का हो, तो ये इन्फेक्शन का सूचक है। इसके अलावा यदि डिस्चार्ज थक्के की तरह बहुत गाढ़ा, चिपचिपा और बहुत अधिक बदबूदार हो, तब भी ये महिलाओं के लिए नुकसानदायक है। ऐसी कोई भी कंडीशन आपके साथ हो, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।

व्हाइट डिस्चार्ज कम करने के घरेलु उपाय क्या है?

यदि अधिक व्हाइट डिस्चार्ज से आप भी परेशान है, तो अब हम आपको इसको नार्मल या कम करने के लिए कुछ बेहतरीन और कारगर उपाय बता रहे है :

मेथी के दाने : मेथी दाने बॉडी के कई सारे प्रॉब्लम से निजात दिलाता है। अधिक व्हाइट डिस्चार्ज को कम करने के लिए आप लगभग 2 से 3 टी स्पून मेथी दाने को लगभग 2 गिलास पानी के साथ उबालें। इसे तब तक उबालें, ज़ब तक पानी आधा ना हो। पानी को ठंडा करके रोजाना दिन में 2 बार इसका सेवन करें।

आँवला के साथ शहद : आँवला का सेवन वैसे भी सेहत के लिए काफ़ी फायदेमंद है। आप रोजाना ताज़ा आवले के जूस में शहद मिलाकर पियें या आँवले का पावडर लेकर उसका शहद के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे डेली खाली पेट पियें, ये व्हाइट डिस्चार्ज को कम करने में बहुत सहायक है।

केला : पका हुआ केला भी व्हाइट डिस्चार्ज को कम करने में बहुत हेल्पफुल है। यदि आप रोज सुबह दो केला को अपने नास्ते में शामिल करते है, तो आपको व्हाइट डिस्चार्ज से जल्द राहत मिलेगा।

धनिया : बॉडी के इन्फेक्शन को दूर करने में धनिया के बीज बहुत सहायक होते है। आप रोजाना एक मुट्ठी धनिया के बीच को एक गिलास पानी में रातभर भिगोकर रखें और सुबह इसे अच्छे से उबालकर और छानकर कर पियें। यदि आपको अधिक व्हाइट डिस्चार्ज इन्फेक्शन की वजह से है, तो इस उपचार से आपको जरूर राहत मिलेगा।

तो दोस्तों, आज के कुछ सीखें आर्टिकल में हमने आपके साथ पीरियड से पहले व्हाइट डिस्चार्ज क्यो होता है, इन हिंदी के बारे डिटेल जानकारी शेयर की है। यदि अब भी आपको व्हाइट डिस्चार्ज से रिलेटेड कुछ और जानना हो, तो कमेंट करें और इस यूजफुल आर्टिकल को अपने सोशल प्रोफाइल पर शेयर करें।

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