पीरियड एक नेचुरल प्रक्रिया है, जो हर लड़कियों और महिलाओं के बॉडी के हिसाब 20 से 32 दिन के बीच आता है। हर लड़कियां और महिलाएं अपने पीरियड डेट को ध्यान में रखते हुए अपने महीने के बाकी प्रोग्राम को फिक्स करती है, ताकि वो पीरियड के दिनों में होने वाले दर्द में थोड़ा आराम कर सके। हालांकि कई लड़कियों और महिलाओं में पीरियड का टाइम बीतने के बाद भी उनका पीरियड नहीं होता है, तो कुछ लड़कियां और महिलाएं किसी पूजा या फंक्शन की वजह से टाइम से पहले पीरियड चाहती है और ऐसी कंडीशन में कई बार लड़कियां और महिलाएं कई तरह के मेडिसिन भी ले लेती है, जो उनके हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है। आज के कुछ सीखें आर्टिकल में हम आपको पीरियड जल्दी लाने के लिए क्या करें? इसके लिए कुछ आसान उपाय बताने वाले है।

पीरियड आने में लेट क्यों होता है?

जरनली पीरियड लास्ट मंथ के डेट से 2-4 दिन लेट होता रहता है। कुछ महिलाओं में कुछ रीजन्स की वजह से अगला पीरियड 10-15 दिन भी लेट हो सकता है। हालांकि तब भी कोई चिंता की बात नहीं है, लेकिन यदि आपके पीरियड आने में 4-6 वीक से ज्यादा टाइम लग रहे है, तब आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है। आइये अब हम पीरियड लेट होने के कुछ रीजन्स को समझते है :

  • बहुत अधिक स्ट्रेस लेना – कई लड़कियों और महिलाओं को छोटी-छोटी बातों में स्ट्रेस लेने की आदत होती है। बता दे कि अधिक स्ट्रेस उनके ब्रेन के उस एरिया को इफ़ेक्ट करता है, जो पिट्यूटरी ग्लैंड को कंट्रोल करता है, जिससे उनके बॉडी का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ जाता है और पीरियड लेट हो जाता है।
  • बहुत कम या अधिक वजन का होना – कई महिलाओं में इटिंग डिसऑर्डर की वजह से बॉडी वेट बहुत कम होता है, जिसकी वजह से उनके ओवरी से टाइमली एग जनरेट नहीं हो पाते है, तो पीरियड लेट होता है, तो वही महिलाओ का अधिक बॉडी फैट एस्ट्रोजन हार्मोन्स लेवल को बढ़ाता है। ये एस्ट्रोजन भी ओवुलेशन से रिलेटेड प्रॉब्लम को बढ़ाता है, जिससे पीरियड साइकिल इफ़ेक्ट होता है और पीरियड लेट होता है।
  • पीसीओएस प्रॉब्लम – PCOS यानि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें महिलाओं के बॉडी में पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन अधिक प्रोड्यूस होने लगते है। इस दौरान महिलाओं के बॉडी के बाकी हार्मोन्स बैलेंस बिगड़ जाता हैं, जिसकी वजह से ओवरीज में सिस्ट बनने लगते हैं। जो ओवुलेशन प्रक्रिया को कम या खत्म कर देते है। जिन महिलाओं के साथ पीसीओएस की प्रॉब्लम होती है, उनका पीरियड हमेशा डिले होता है, उन्हें डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए।
  • बर्थकण्ट्रोल मेडिसिन को यूज़ करना – कई महिलाएं प्रेगनेंसी से बचने के लिए रेगुलर बर्थ कण्ट्रोल मेडिसिन का यूज़ करती है। ये भी कई महिलाओं में पीरियड लेट होने का कारण बनता है। यदि रोजाना इन मेडिसिन का सेवन किया जाता है, तो कई महिलाओं एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टिन हार्मोन बढ़ने से ओवरी एग को रिलीज करना बंद कर देते है, जिससे पीरियड साइकिल स्टॉप हो जाता है।
  • डायबीटीज जैसे क्रोनिक बीमारी – यदि महिलाएं डायबीटीज, थॉयराइड या ब्लड प्रेसर जैसे गंभीर बीमारी की पेसेंट है, तब यदि वो अपने बीमारी को कण्ट्रोल में नहीं रख पाती है, तब भी उनके पीरियड साइकिल इफ़ेक्ट होते है।

इसके अलावा वजाइना में इन्फेक्शन, ब्लड में प्रोलैंक्टिन हार्मोन का बढ़ना, बॉडी में मिनरल्स की कमी, स्मोकिंग और ड्रिंकिंग के वजह से भी पीरियड लेट हो जाते है।

हाउ टू गेट पीरियड इमीडिएटली इफ डिले?

यदि आपका पीरियड लेट आता है, तो सबसे पहले आप अपने पीरियड लेट आने के कारण को समझें, यदि ऊपर बताये गए कारणों की वजह से आपका पीरियड लेट होता है, तो पहले उसमें सुधार करें। इसके अलावा यहां हम आपको कुछ टिप्स बता रहे है, जो आपके डिले पीरियड को इमिडिएटली लाने में काफ़ी यूजफुल होता है :

  • गुड़ और अजवाइन का पानी – एक गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन और थोड़ा गुड़ मिलाकर पकाये। फिर छानकर कर पी ले। आप सीधे गुड़ का सेवन भी कर सकते है, ये भी फायदेमंद है।
  • सौंफ का पानी –  एक चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी के साथ उबाल लें। इसे हल्का गुनगुना में ही पीये। ये बॉडी में एस्ट्रोजेन लेवल को मेंटेन करता है, जो पीरियड के लिए जरूरी होता है।
  • कच्चा पपीता – आप डेली कच्चे पपीते को आहार के रूप में शामिल करें। ये गर्भाशय में कसावट लाता है, जिससे पीरियड रेगुलर होता है।
  • हल्दी दूध – पीरियड में होने वाले दर्द से लेकर पीरियड जल्दी लाने में भी हल्दी दूध बहुत फायदेमंद है, क्योंकि ये बॉडी में ब्लड फ्लो को बढ़ाने के साथ हार्मोन को बैलेंस करता है।
  • अदरक – अदरक भी एक अच्छा आयुर्वेदिक मेडिसिन की तरह पीरियड लाने में मदद करता है। आप अपने पीरियड डेट के आसपास एक चम्मच अदरक के रस को शहद के साथ मिलाकर ले, पीरियड जल्दी आएंगे।
  • दालचीनी – आप एक टी-स्पून दालचीनी के पाउडर को रोजाना दूध के साथ ले सकते है या फिर आप मसाले वाली चाय में दालचीनी का सेवन कर सकते है। इसमें हाइड्रोक्सीचैक्लोन कंपाउंड होता है। जो पीसीओएस के कारण होने वाले लेट पीरियड प्रॉब्लम को भी ठीक करता है।
  • अनार – रुके हुए पीरियड्स लाने के लिए अनार भी बेस्ट हैं। अनार पीरियड से जुड़े लगभग हर प्रॉब्लम से छुटकारा दिलाता है, यदि आप पीरियड से प्रॉब्लम को झेलते है, तो अनार को अपने डेली रूटीन में जरूर शामिल करें।
  • गाजर – यदि बॉडी में कैरोटीन और बीटा-कैरोटीन की कमी हो जाये, तो पीरियड आने में प्रॉब्लम होता है। गाजर में कैरोटीन और बीटा-कैरोटीन अच्छी क़्वान्तिटी में होते है। इसलिए जल्दी पीरियड लाने के लिए गाजर को डेली सब्जी, सलाद के रूप में जरूर यूज़ करें।

इन चीज़ों को खाने के अलावा आप कुछ योगासन भी कर सकते है, ध्यान रहे हैवी वर्कआउट ना करें। साथ ही अपने पेट और कमर में हल्के गुनगुने पानी से धीरे-धीरे सिकाई करें।

क्या मेडिसिन लेकर पीरियड में लेट करना सेफ है?

कुछ लड़कियां और महिलाएं कभी-कभी किसी पूजा, किसी बड़ी फक्शन या लंबी जर्नी के दौरान पीरियड के टाइम को आगे बढ़ाने के लिए कई तरह के मेडिसिन का सेवन करती है। ऐसे मेडिसिन लेकर पीरियड को लेट करना, पूरी तरह सेफ नहीं होता है। बता दे कि पीरियड लेट करने वाले इन मेडिसिन में नोरेथिस्टरोन पाया जाता है, जो प्रोजेस्टेरोन का सिंथेटिक फॉर्म होता है और ये ही पीरियड को लेट करने में जिम्मेदार होता है। डॉक्टर के सलाह अनुसार इस मेडिसिन को साल दो साल के बीच एक  वीक से अधिकतम दो वीक तक करने से कोई खास नुकसान नहीं है, लेकिन कंटिन्यू पीरियड लेट करने के मेडिसिन लेने से आपके वजाइना के साथ ब्रेस्ट से रिलेटेड प्रॉब्लम भी बढ़ सकते है।

तो दोस्तों, आज के कुछ सीखें के इस आर्टिकल में हमने पीरियड जल्दी लाने के लिए क्या करें? इससे रिलेटेड जानकारी शेयर की है। यदि ये आर्टिकल आपके लिए यूजफुल है, तो इसे अपने फैमिली और फ्रेंड्स के साथ शेयर करें और पीरियड से रिलेटेड और कोई सवाल आपके मन में है, कमेंट करें।

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