ज़ब कपल लंबे टाइम से नेचुरल तरीके से प्रेगनेंसी को कंसीव करने के लिए ट्राई करते हैं, लेकिन वो सफल नहीं हो पाते हैं, तब वो पैरंट्स बनने आईवीएफ की ओर बढ़ते है, लेकिन कुछ कपल्स आईवीएफ ट्रीटमेंट के बाद भी पेरेंट्स नहीं बन पाते हैं, क्योंकि आईवीएफ प्रक्रिया सक्सेस तो होता है, लेकिन आईवीएफ का हर केस सक्सेस हो, ये जरूरी नहीं है। कुछ केसेस में आईवीएफ फेल भी हो जाते हैं। इसलिए यहां हम 15 टिप्स आईवीएफ सक्सेस के लिए बताने वाले है, जिसे अपनाकर कपल अपने पैरंट्स बनने का सपना पूरा कर सकते हैं, तो आइये जानते हैं उन टिप्स के बारे में : 

1. खुद का ध्यान रखें – पेरेंट्स नहीं बन पाने की वजह से महिलाएं और पुरुष दोनों के अंदर काफी ज्यादा डिस्टरबेंस होते हैं, जिससे उनका फिजिकल हेल्थ काफी ख़राब होने लगता है, जो डायरेक्टली रूप से महिलाओं में एग और पुरुषों के स्पर्म को इफेक्ट करते हैं। आईवीएफ के लिए महिलाओं का क्वालिटी एग और पुरुषों का क्वालिटी स्पर्म बहुत इंपोर्टेंट होता है, इसलिए पुरे आईवीएफ प्रोसेस के दौरान महिला और पुरुष दोनों को अपना खुद का ध्यान अच्छे से रखना चाहिए।

2. हेल्दी खाना खाए – आईवीएफ प्रक्रिया के शुरुआत से ही डॉक्टर के सजेशन के अनुसार महिला और पुरुष दोनों को अपने हेल्थ का पूरा अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और हेल्दी खाना खाना चाहिए ताकि क्वालिटी एग और क्वालिटी स्पर्म जनरेट हो सके। अपने हेल्दी खाने में साबुत अनाज, सब्जियां, मछली,  अनसैचुरेटेड फैट  जैसे आहार शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आइटम जैसे कि ब्राउन राइस, पास्ता, डार्क ब्रेड,  दलिया,  गाजर, सेब, संतरा,  अंगूर, ड्राई फ्रूट्स,  दूध और दही जैसी चीज भी शामिल कर सकते हैं।

3. वजन कंट्रोल करें कई स्टडी के अनुसार महिलाओं का बहुत ज्यादा वजन या बहुत कम वजन आईवीएफ फेल होने की पॉसिबिलिटी बढ़ाता है। इसलिए हेल्दी आहार और हल्के-फुल्के एक्सरसाइज से वजन को कंट्रोल में रखने की कोशिश करें, यदि आपका वजन कंट्रोल में रहेगा, तो आप आईवीएफ अच्छे से कंप्लीट कर पाएंगे।

4. एक्यूप्रेशर और प्राणायाम मदद लें – एक्यूप्रेशर और मेडिटेशन जैसे प्राणायाम की मदद से महिलाएं अपने बॉडी के ब्लड सर्कुलेशन को ठीक कर सकती हैं, यदि महिलाओं की बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहता है तो इससे गर्भाशय में भ्रूण को इंप्लांट करते समय और उसके बाद भ्रूण का डेवलपमेंट अच्छा होता है।

5. गुड कोलेस्ट्रॉल को ठीक करें – कई बार महिलाओं में गुड कोलेस्ट्रॉल कम और बेड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो जाती है बेड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से महिलाओं के ब्लड सर्कुलेशन में सही से नहीं होते और उनमें ब्लॉकेज हो जाते हैं, इसलिए आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर हमेशा से अनसैचुरेटेड फैट वाले खाद्य पदार्थ जैसे ड्राई फूड, एवाकाडो,ओलिव ऑयल आदि को खाने की सलाह देते हैं, जो गुड कोलेस्ट्रॉल को ठीक करते हैं।

6. हैवी वर्कआउट से बचे – आईवीएफ के दौरान हैवी वर्कआउट करने से हाइपोथैलेमिक डिस्फंक्शन या जीएनआरएच पल्सेटीलिटी की प्रॉब्लम बढ़ सकते है, जिसकी वजह से पीरियड और इनफर्टिलिटी में प्रॉब्लम बढ़ सकता है। इसलिए आईवीएफ कराने के दौरान या उसके पहले और बाद में महिलाओं को हैवी वर्कआउट से बचना चाहिए।

7. स्ट्रेस से दूर रहे – स्ट्रेस हमेशा से मेंटल प्रॉब्लम के साथ-साथ इनफर्टिलिटी क्षमता को भी कम करने के लिए जिम्मेदार होता है। जबकि आईवीएफ में आपको फर्टिलिटी प्रोग्राम को कंप्लीट करना है,  इसलिए इस दौरान आपको स्ट्रेस से दूरी बनाकर रखना होगा, आप इसके लिए मेडिटेशन और अनुलोम विलोम जैसे प्राणायाम की मदद ले सकते हैं।

8. कैफीन और शराब से दूरी बनाये – कैफीन और शराब यानी कि अल्कोहल सीधे-सीधे होने के भ्रूण के विकास को इफेक्ट करता है। यदि आपको कैफीन और शराब जैसी चीजों की बुरी लत है, तो आईवीएफ करने के पहले इसे पूरी तरह से परहेज करें। आपको बता दे कि ये पुरुषों में स्पर्म की क्वालिटी को खत्म करता है और महिलाओं में मिसकैरेज को बढ़ावा देता है।

9. भरपूर पानी पिए और पूरी नींद ले – आईवीएफ कराने के लिए करने के दौरान महिलाएं की महिलाओं का बॉडी एक शिशु को जन्म देने के लिए कारगर होना चाहिए, इसलिए इस दौरान महिलाओं का शरीर पूरी तरीके से हाइड्रेट होना चाहिए। इसलिए इस दौरान भरपूर पानी पीये, महिलाओं के बॉडी में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही इस दौरान महिलाओं को रोजाना 7 से 8 घंटे की भरपूर नींद लेनी चाहिए,  क्योंकि पर्याप्त नींद लेने से उनका हार्मोन बैलेंस बना रहता है।  याद रखें कि  बहुत अधिक नींद और बहुत कम नींद शिशु पर काफी नेगेटिव इंपैक्ट कर डाल सकते हैं।

10. दिए गए सप्लीमेंट्स का कोर्स पूरा करें – आईवीएफ को सफल बनाने के लिए आईवीएफ के प्रक्रिया के पहले और आईवीएफ प्रक्रिया के बाद डॉक्टर  महिलाओं को कई तरह की इंजेक्शन और दवाइयां देते हैं। डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी सप्लीमेंट्स और दवाई को टाइम से लेना चाहिए, क्योंकि इनके टाइम से नहीं लेने पर महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवल काफ़ी कम हो जाता है, जो मिसकैरेज का कारण बनता है।

11. सेक्स करने से बचें – आईवीएफ प्रोसेस में भ्रूण को महिलाओं के गर्भाशय में इंप्लांट करने के बाद कपल को सेक्स करने से मना करते हैं क्योंकि इस दौरान यदि कपल्स के बीच शारीरिक संबंध बनते हैं, तो हेटेरो टॉपिक प्रेगनेंसी यानी की भ्रूण के गर्भाशय के बाहर डेवलपमेंट होने के रिस्क बढ़ जाते हैं। 

12. हसबैंड वाइफ सपोर्टिव रहे – ज्यादातर कपल्स पेरेंट्स नहीं बन पाने की वजह से काफी तनाव में रहते हैं,  जिसकी वजह से गुस्सा,  चिडचिड़ाहट जैसी समस्या उनके साथ होने लगती है। इस दौरान दोनों हसबेंड वाइफ को एक दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए, ताकि आईवीएफ के लिए दोनों मेंटल रूप से प्रिपेयर हो सके।

13. विटामिन डी का लेवल बनाए रखें – विटामिन डी का लेवल एक नॉरमल प्रेगनेंसी के लिए काफी इंपोर्टेंट होता है और क्योंकि ये बॉडी में शिशु के बोन्स को बनाने में काफी कारगर होता है और जब आप आईवीएफ करा रहे हैं, तब आपको विटामिन डी का लेवल खासकर से ध्यान में रखना चाहिए, इसके लिए आप विटामिन डी का ब्लड टेस्ट करा कर डॉक्टर के सजेशन अनुसार सप्लीमेंट ले सकते हैं। विटामिन डी के आहार के लिए आप दूध, दही और मछली आदि का सेवन भी कर सकते हैं।

14. हमेशा पॉजिटिव सोचें – यदि आप आईवीएफ कराने की सोच रहे हैं  या आप आईवीएफ करा रहे हैं, तो आप आईवीएफ को लेकर अपने मन में पॉजिटिव धारणा बना कर रखें, आप जितना ज्यादा पॉजिटिव सोचेंगे, आपके साथ उतना अच्छा होगा।

15. शुगर ब्लड प्रेशर जैसे दिन बीमारियों को कण्ट्रोल में रखें – कई कपल्स को शुगर,  ब्लड प्रेशर और थाइरॉएड जैसी कई गंभीर बीमारियां होती है, जिसकी वजह से वो नेचुरल तरीके से बेबी कंसीव नहीं कर पाते हैं। इसलिए आईवीएफ अगर आप कर रहे हैं, तो ध्यान रखें कि यदि आपको ऐसी कुछ बीमारी है, तो उनको आप रेगुलर मेडिसिन के साथ कंट्रोल में रखें।

 तो दोस्तों, आज के इस कुछ सीखे आर्टिकल में हमने आपको 15 टिप्स आईवीएफ सक्सेस के लिए बताया है, यदि आपने आईवीएफ कराया है या कराना चाहते है, तो इन टिप्स को जरूर फ़ॉलो कीजिये, यकीन मानिये आप एक हेल्दी शिशु के पेरेंट्स होंगे । आईवीएफ से रिलेटेड और कोई जानकारी चाहिए, तो कमेंट करें और  इस इस आर्टिकल को शेयर करें।