अत्यधिक अल्कोहल का सेवन, ड्रग एडिक्शन और डिप्रेशन के कारण कई पुरुष वर्तमान दौर में नपुंसकता के जैसी बीमारी के शिकार हो रहे हैं। नपुंसकता रोग पुरुषों को शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार से प्रभावित करते हैं।  हालांकि नपुंसकता के लिए कई इलाज भी हैं, जो काफी कारगर है। आज के इस “कुछ सीखें ” लेख में हम आपके लिए नपुंसकता के लिए 100% इलाज के बारे में जानकारी लेकर आए हैं।

 नपुंसकता क्या होता है ?

       नपुंसकता, इसे अंग्रेजी में Electile Dysfunction कहते है, जो पुरुषों के काम उत्तेजना से जुड़ी ऐसी समस्या है जिसके कारण पुरुष सेक्स के दौरान अपने लिंग में उत्तेजना लाने या लिंग की उत्तेजना बनाए रखने में सफल नहीं हो पाते है। ऐसी स्थिति में कपल्स को माता-पिता बनने का सुख नहीं मिल पाता है। नपुंसकता को स्तंभन दोष के नाम से भी जाना जाता है।

       हालांकि कभी-कभी लिंग में उत्तेजना का नहीं आना कोई बड़ी बात नहीं है,  लेकिन ज्यादातर समय आपके लिंग के साथ ऐसी समस्या हो रही है तो आपको अपने पार्टनर से बात करके डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

नपुंसकता को आमतौर पर दो प्रकारों में जाना जाता है

 प्राथमिक नपुंसकता = इतने वो पुरुष होते हैं, जो अपने जीवन काल में कभी भी लिंग के उत्तेजना को बना नहीं पाते हैं 

      सामान्य तौर पर प्राथमिक नपुंसकता बहुत कम पुरुषों में देखा गया है। यह समस्या या तो जन्मजात यानि अनुवांशिक रूप से  या फिर मानसिक या शारीरिक विकारों के कारण होती है।

 द्वितीय नपुंसकता = इनमें कुछ ऐसे पुरुष होते हैं,जो शुरुआती स्तर में सेक्स करने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम होते हैं, लेकिन बाद के समय में अपने लिंग के साथ समर्थ नहीं हो पाते हैं।

     ज्यादातर मामलों में द्वितीय नपुंसकता वाले पुरुषों को देखा गया है।

नपुंसकता को शारीरिक और मानसिक रुप में भी बांटा गया है –

शारीरिक नपुंसकता = ये अधिकांशतः जननांग में सही तरीके से ब्लड सरकुलेशन नहीं होने,  नर्वस सिस्टम सही नहीं होने या हार्मोन असंतुलन के कारण होता है। इसमें पुरुष कभी भी अपने लिंग को खड़ा नहीं कर पाते है।

 मानसिक नपुंसकता = ये तनाव, गुस्सा, डर, हीन भावना जैसे विचारों कारण होता है। मानसिक नपुंसकता में मास्टरबेशन (हस्तमैथुन) के दौरान लिंग उत्तेजित होता है लेकिन सेक्स या रिलेशन बनाने के दौरान लिंग खड़ा नहीं हो पाता है।

 नपुंसकता का लक्षण और बचाव

      नपुंसकता के लिए 100% इलाज जानने के लिए पहले हमें नपुंसकता के लक्षण को समझना होगा और बचाव के लिए कुछ सावधानियां के बारे में जानना होगा।

 नपुंसकता के लक्षण :

नपुंसकता होने की स्थिति में पुरुषों को अपने अंदर कुछ इस प्रकार के लक्षण देखने को मिलेंगे –

 लिंग को समय पर उत्तेजित नहीं कर पा रहे हैं।

 सेक्स के दौरान उत्तेजना को बरकरार नहीं रख पाते हैं।

 सेक्स करने का मन नहीं होता है।

 स्पर्म का समय से पहले और बहुत देरी से गिरना।

 फिजिकल रिलेशनशिप बनाने से दूरी बनाए रखना।

       यदि ऐसे लक्षण किसी भी पुरुष को नियमित रूप से हो तो वो नपुंसकता रोग से ग्रसित है।  कभी-कभी सदमा, डायबिटीज, ह्रदय रोग या कैंसर जैसी बड़ी और पुरानी बीमारियों के कारण भी ये स्थिति निर्मित हो सकती है,इसलिए आपको अपने चिकित्सक से इस संबंध में परामर्श जरूर लेना चाहिए।

 ऐसे करें नपुंसकता से बचाव

   नपुंसकता के लिए 100%  इलाज केवल दवा ही नहीं है। खान-पान से लेकर डेली रूटीन में कुछ बदलाव करके भी नपुंसकता के विकारों को दूर किया जा सकता है। जाने इन बदलाव के बारे में विस्तार से :

1. संतुलित और हेल्दी आहार लेना –

      अनहेल्थी डाइट जैसे पैकेज या फ़ास्ट फ़ूड ज्यादा मात्रा में खाने से आपके साथ हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापे की संभावना बढ़ सकती है, जो नपुंसकता के लिए जिम्मेदार होते हैं। इसलिए घर का बना हेल्दी असंतुलित आहार ले। कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों का सेवन करें।

2. शराब का सेवन ना के बराबर करें –

      अल्कोहल का अधिक सेवन नपुंसकता के लिए मुख्य फैक्टर है और अगर इसका सेवन कम करते हैं, तो नपुंसकता के लिए इसका पॉजिटिव असर पड़ेगा।

3. अत्यधिक वजन को कम करें –

      अधिक वजन आपके मोटापे के साथ-साथ कई बीमारियों को लेकर आता है। इन्हीं बीमारियों में से एक है नपुंसकता। यदि आप वजन को संतुलित रखेंगे, तो नपुंसकता से छुटकारा पा सकते है।

4. ज्यादा टेंशन ना ले –

      कई पुरुष जरूरत से ज्यादा टेंशन लेकर जीने लगते हैं। इससे वो डिप्रेशन की चपेट में आ जाते हैं। डिप्रेशन नपुंसकता के रोग को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाता है।

 सामान्य जीवन पर नपुंसकता का असर

        एक दाम्पत्य या कपल को अपनी अच्छी लाइफ बनाने के लिए उनके बीच सेक्स लाइव भी अच्छी होनी चाहिए।  यदि सेक्स संबंधी समस्या दोनों पार्टनर में से किसी एक के साथ भी हो,  तो इसका सीधा असर उनके सामान्य जीवन पर पड़ता है। 

        पुरुषों में नामर्दी कहें या नपुंसकता आने पर वो अपने अंदर आत्मविश्वास की कमी,  पार्टनर के सामने हीन भावना,  चिड़चिड़ापन, गुस्सा,  तनाव, खुद को परिवार से अलग समझना जैसे फीलिंग महसूस करने लगते हैं। इसके कारण वो सामान्य जीवन में कभी खुश नहीं रह पाते हैं और इस वजह से उनके लाइफ पार्टनर  भी उनकी समस्या से चिंतित रहने लगते है।

नपुंसकता के लिए 100% इलाज 

     अगर आप इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं कि नपुंसकता का 100%  इलाज है कि नहीं? या नपुंसक हमेशा के लिए है या यह ठीक हो सकते है कि नहीं? तो आपको बता दें कि नपुंसक रोग हमेशा के लिए नहीं रहता है, यह सही ढंग से इस रोग का इलाज करने से ये ठीक हो जाता है।

      वर्तमान समय में कई वैज्ञानिक शोधों में हर रोग का इलाज किया जा रहा है, ठीक ऐसे ही नपुंसकता के लिए 100% इलाज मुमकिन है। अगर आप भी नपुंसकता रोग के साथ लंबे समय से पीड़ित है तो आप सेक्सोलोगिस्ट से संपर्क करके बिना किसी झिझक के अपनी समस्या बताएं। चिकित्सक के सलाह अनुसार दवा खाने से आपको नपुंसकता से निजात मिल जायेगा।

       सामान्य जीवन शैली को संतुलित करके कुछ लोग नपुंसकता से छुटकारा पा लेते हैं, जबकि कुछ लोगों को चिकित्सकों से दवा लेने की जरूरत पड़ जाती है।

 नपुंसक रोग के लिए घरेलू उपचार

     नपुंसकता के लिए 100% इलाज मुमकिन हो सके,  इसलिए यहां हम आपको कुछ घरेलू उपचार के बारे में बता रहे हैं। जो काफी असरदार है। अगर आप नपुंसकता की समस्या के लिए चिकित्सक नहीं मिलना चाह रहे हैं, तो इन घरेलू उपचार को भी अपना सकते हैं :

  •  लहसुन : – आप रोज दो से तीन लहसुन की कली खाली पेट में चलाते हैं तो काफी फायदेमंद होगा।
  • प्याज :- प्याज को बटर में भूनकर, शहद के साथ मिलाकर, रोज खाली पेट सेवन करे। नपुंसकता से जल्द राहत मिलेगी।
  •  गाजर :- गाजर,  तनाव को कम करता है, जो नपुंसकता के कारणों में से एक है। बारीक कटा गाजर को एक चम्मच शहद और उबले हुए अंडे के साथ सेवन करें, फायदेमंद होगा।
  •  शतावरी :- गर्म दूध में एक चम्मच शतावरी मिलाकर दिन में दो बार पीने से काफी सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं।
  • दालचीनी की चाय :- दालचीनी ब्लड सरकुलेशन को बढ़ाने का काम करता है। यह  लिंग के ब्लड सरकुलेशन को भी बढ़ाता है। एक कप गर्म पानी में दालचीनी पाउडर और शहद मिलाकर दिन में दो बार पिये।

         इसके अलावा केसर, खजूर, अदरक और किसमिस भी नपुंसकता इलाज में लाभदायक है।

 नपुंसक रोग के लिए कौन सी आयुर्वेदिक दवा ले

 सदियों से आयुर्वेद ने हर रोग का निदान किया गया है। तो भला नपुंसकता रोग का इलाज आयुर्वेद में कैसे नहीं होगा। नपुंसकता सेक्स से जुड़ी समस्या है,  इसलिए इसके लिए काम उत्तेजना बढ़ाने वाले दवा लिया जाता है।

 कुछ आयुर्वेदिक दवा इस प्रकार है :

  •  अश्वगंधा – ये सेक्स संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए सबसे उत्तम दवा है। जो असगंध पौधो के जड़ की छाल से तैयार किया जाता है। यह पुरुषों के स्पर्म को बढ़ाने में मदद करता है। ये बड़ी आसानी से किसी भी फार्मेसी में पाउडर या कैप्सूल के रूप में मिल जाता है।
  • शतावरी- यह लिंग के साथ साथ पूरे शरीर के ब्लड सरकुलेशन और नर्वस सिस्टम का संचालन करता है। ये यौन रोग के अलावा अन्य कई रोगों में भी लाभकारी है। यह पाउडर के फॉर्म में मिलता है।
  • सफेद मूसली – यह सफ़ेद-पीले रंग की जड़ होती है, जिसे कैप्सूल या पाउडर के रूप में तैयार किया जाता है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को नियंत्रित करते है, जो पुरुष के स्पर्म के ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • गोक्षुरा – कम स्पर्म  की संख्या, स्पर्म की गतिशीलता और स्पर्म की गुणवत्ता के लिए गोक्षुरा आयुर्वेदिक  दवा बहुत ही प्रभाव कारक है,  क्योंकि इसमें शक्तिशाली स्पर्म बढ़ाने के गुण होते हैं। यह नपुंसकता और शीघ्रपतन जैसे रोगों के लिए रामबाण इलाज है।
  • तुलसी बीज – तुलसी तो अनेक रोगों का एक उपचार है। तुलसी के बीज के सेवन से पुरुष और महिला दोनों को सेक्स संबंधी परेशानियों से निजात मिलता है। तुलसी के बीज सभी  प्रकार के योग रोगों के लिए लाभदायक है।

      तो दोस्तों,  आज के इस ” कुछ सीखें”  के लेख में हमने आपके साथ नपुंसकता के लिए 100% इलाज से सम्बंधित लगभग सारी जानकारी का समावेश किया है। उम्मीद करते हैं आपको हमारा ये लेख पसंद आया होगा, अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया है, तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करें और अपनों तक शेयर करें ।

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2 Comments

लव मैरिज के सरकारी नियम - कुछ सीखे · 28/07/2022 at 11:57 am

[…] नपुंसकता के लिए 100% इलाज […]

ट्विंस प्रेगनेंसी डाइट - कुछ सीखे · 01/08/2022 at 11:16 am

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