क्या आप भी प्रेगनेंसी कंसीव करना चाहती हैं? क्या आप इसी टेंशन में है कि क्या करें, ताकि प्रेगनेंसी हेल्दी  हो सके? क्या आपको पता है, फिजिकली फिट होने के साथ-साथ मेंटली फिट होना भी आपके स्वस्थ प्रेगनेंसी के लिए कितना जरूरी है? प्रेगनेंसी कंसीव करने के बाद एक महिला को पूरे 9 महीने प्रेगनेंसी को हेल्दी बनाएं रखना, किसी चैलेंज से कम नहीं है और जब किसी महिला की पहली प्रेगनेंसी होती है , तो ऐसी महिलाओ को अपनी हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए क्या करें ? चिंता सताने लगती है।

  आज का हमारा कुछ सीखें आर्टिकल आपके अच्छे पेरेंटिंग लाइफ के लिए बहुत लाभदायक होने वाला है, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए हेल्दी प्रेगनेंसी के कुछ बेहतरीन टिप्स लेकर आये हैं : 

1. हेल्दी फ़ूड ले :हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए सबसे पहले आपको अच्छे खाने पर फोकस करना होगा। आप अपने डाइट में ज्यादा से ज्यादा संतुलित आहार शामिल करें। इसके लिए आप रोजाना कम से कम  चार से पांच फल या सब्जियों को मिक्स करके सेवन करें।  कार्बोहाइड्रेट और फाइबर युक्त अनाज जैसे ओट्स, दलिया,  ब्राउन चावल आदि का सेवन करें। रोजाना प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ के लिए किसी भी प्रकार के दाल, अंडा, ड्राई फूड्स आदि का सेवन करें । यदि आप नॉनवेज हैं, तो हफ्ते में एक से दो दिन मछली या कम वसा वाले मांस का उपयोग कर सकते हैं और यदि आप वेज है, तो हर दिन दूध या दूध से बने प्रोडक्ट को जरूर लें ।

         प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए 8 से 10 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है, क्योंकि बच्चे के अच्छे विकास के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी होता है। इससे आपका ब्लड सरकुलेशन भी बेहतर होता है। पानी की क्वांटिटी बढ़ाने के लिए आप दूध,जूस, नारियल पानी या सूप को भी ले सकते हैं।

2. ताज़ा और स्वच्छता के साथ खाये : प्रेगनेंसी के दौरान भोजन खाने से ज्यादा भोजन की स्वच्छता विशेष करके जरूरी होता है। कुछ महिलाएं घर में अक्सर 2 दिन 3 दिन के बचे खाने को फेंकने के बजाय खा लेती हैं, प्रेग्नेंसी में इस तरह के खाने को अवॉइड करना चाहिए क्योंकि ऐसे खाने में बैक्टीरिया और फंगस आदि बनने की संभावना बढ़ जाती है। जिसे बच्चे के हेल्थ के लिए सुरक्षित नहीं माना गया है।

       कच्चा दूध, आधे पके भोजन,  रेडीमेड भोजन, ब्लू-वेन्ड चीज़, बासी ब्रेड आदि में लिस्टिरिया नामक फंगस होने की पूरी संभावना होती है। कोल्ड क्योर्ड मांस,    एक सिरे से सड़े फल के दूसरा सिरा को खाना या किसी भी ख़राब चीज के सेवन से शरीर में टोक्सोप्लासमोसिस फंगस बनने लगता है। साथ ही अधपके अंडे, ग्रिल मांस या चिकन और कच्ची सीपदार मछली खाने से बचे, क्योंकि इसमें साल्मोनेला बैक्टीरिया होने से ऐसे भोजन आपके लिए खराबी करता है। इससे आपके साथ उल्टी और दस्त, पेट दर्द, सिरदर्द और तेज बुखार के सिमटम्स देखने को मिल सकते हैं, साथ ही आपके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है।

3. प्रेगनेंसी के मेडिसिन को टाइम से ले :   जैसे ही आपको पता चले कि आपने प्रेगनेंसी कंसीव कर ली है, तो आपको तुरंत ही बिना सोचे समझे डॉक्टर से मिलना चाहिए और डॉक्टर द्वारा सजेस्ट किए गए मेडिसिन को नियमित तौर पर शुरू कर देना चाहिए। इस दौरान दिये जाने वाला फोलिक एसिड, शिशु के न्यूरल ट्यूब दोष कम करता है। इसके अलावा विटामिन डी के कैप्सूल या अच्छी धूप और कैल्शियम के मेडिसिन को भी पूरी प्रेगनेंसी के दौरान लेना चाहिए क्योंकि इससे गर्भस्थ शिशु के स्वस्थ हड्डियों का निर्माण होता है।  प्रेगनेंसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी लेने की सलाह दी जाती है, जिसे सोयाबीन, अखरोट, अल्सी, कद्दू के बीज और अंकुरित दाल-दलहन आदि से भी पूरा किया जा सकता है। लेकिन यदि आप उल्टी या दस्त आदि की वजह से इसे ज्यादा नहीं खा पाते हैं, तो आपको डॉक्टर से ओमेगा-3 फैटी एसिड सप्लीमेंट भी लेने चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है। आयरन की कमी के कारण हीमोग्लोबिन ठीक से नहीं बन पाता है। जिससे मां और बच्चे दोनों को खतरा हो सकता है। इसलिए आयरन के टेबलेट लेने के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में आयरन से भरपूर भोजन भी करना चाहिए।

4. थोड़ा टाइम हल्के एक्सरसाइज के लिए निकालें : प्रेग्नेंसी में वॉक करना, सबसे हल्का और सेफ एक्सर्साइज माना जाता है। आप अपने डॉक्टर के सलाह अनुसार ब्रिस्क वॉकिंग यानी तेज गति से भी चलने के लिए ट्राई कर सकती हैं। वाटर एरोबिक और स्विमिंग को भी प्रेगनेंसी के लिए बेस्ट माना गया है, क्योंकि स्वीमिंग पूल में जाते ही जी मिचलाना, चक्ककर आना, पैरों में होने वाली सूजन जैसी कई तरह दिक्कतें काफ़ी कम हो जाती हैं। आप लाइट जुंबा एक्सरसाइज को भी ट्राई कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि हाई इंपैक्ट वाले मूवमेंट या जंप करने से बचे। इन हल्की एक्सरसाइज से हाई ब्लड प्रेशर, मूड स्विमिंग जैसे परेशानियों से बचने में मदद मिलती है साथ ही आप के बॉडी में होने वाले पेन से भी आपको रिलैक्स मिलता हैं।

5. कैफीन या शराब को कुछ समय के लिए भूल जाये : यदि आप चाय, कॉफी, कोला या चॉकलेट जैसे कैफीनयुक्त पदार्थों का अधिक सेवन करते हैं, तो इसे तुरंत रोक दें। यदि आपको शराब या सिगरेट पीने जैसे बुरी लत है, तो इसे भी प्रेगनेंसी के दौरान अवाइड करना होगा,क्योंकि इससे अजन्मे बच्चे के जीवन पर सीधा असर पड़ता है और गर्भपात होने की पूरी संभावना होती है।

6. अच्छी नींद ले और आराम जरूर करें : प्रेगनेंसी में महिलाओं को पहले के कंपैरिजन में  अधिक थकावट महसूस होती है। इसलिए इस दौरान अपने शरीर को पूरी तरह आराम देने की कोशिश करें। रात की नींद अच्छी लें, ताकि दिन भर आप अच्छा महसूस कर सके।

7. स्ट्रेस से दूरी बनाये :  कई बार कुछ फैमिली टेंशन या किसी और वजह से भी प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं स्ट्रेस लेती हैं। जिससे इस प्रेग्नेंसी के दौरान एंजायटी, डिप्रेशन, शुगर जैसी बड़ी बीमारी का खतरा तो बढ़ता ही है, साथ में इसका असर गर्भस्थ शिशु के दिमाग़ पर भी होता है। इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर स्ट्रेस फ्री रहने की सलाह दी जाती है।

तो फ्रेंड्स, आप अपने हेल्दी प्रेगनेंसी के लिए क्या कर रहे हैं, कमेंट में जरूर बताएं। और अगर हमारी ये टिप्स आपको अच्छी लगी हो, तो हमारे इस आर्टिकल अपने फैमिली और फ्रेंड्स के साथ शेयर जरूर करें। 

गर्मी के प्रेगनेंसी में कैसे रखें अपना ख्याल?

चिकन पॉक्स कब तक ठीक होता है?

मिसकैरेज क्यों होता है?

पीरियड के प्रॉब्लम्स क्यों होते है ?