हमारे शरीर को अच्छे ढंग से कार्य करने के लिए पानी की भरपूर मात्रा की आवश्यकता होती हैं लेकिन कई बार हम प्यास लगने पर पानी की पूर्ति फलों के रस और कुछ एनर्जी ड्रिंक या सोडा आदि से कर लेते हैं। आज के दौर में कई ब्रांड के कार्बनिक एनर्जी ड्रिंक मार्केट में उपलब्ध है। कोकोकोला भी कार्बनिक ड्रिंक के लीडिंग ब्रांड में से एक है, जो कोक के कई वैरायटी के कार्बनिक ड्रिंक को मार्केट में लाते हैं। कोको कोला कंपनी के उन्हीं वैरायटी में रेगुलर कोक और डाइट कोक भी शामिल है। इनके बीच के डिफेंस को कई लोग समझ नहीं पाते हैं, इसलिए आज के “कुछ सीखे” लेख में हम आपको रेगुलर कोक और डाइट कोक में क्या अंतर है?, ये बताने आए हैं।

 रेगुलर कोक क्या है?

     कोको कोला कंपनी के वास्तविक स्वरूप और पहले टेस्ट वाला कोल्ड ड्रिंक को रेगुलर कोक कहते हैं। ये कार्बोनेटेड पानी, कारमेल रंग, नेचुरल फ्लेवर वाले पदार्थ एसिडिटी रेगुलेटर जैसे फास्फोरिक एसिड और चीनी से बने होते हैं। मार्केट में मिलने वाला नॉर्मल कोको कोला कोल्ड ड्रिंक रेगुलर कोक कहलाता है।

 डाइट कोक क्या है?

         डाइट कोक को लाइट कोक के नाम से भी जाना जाता है। मधुमेह और मोटापा की बढ़ती समस्या को देखते हुए कोको कोला कंपनी ने डाइट कोक को तैयार किया है। यह कार्बोनेटेड पानी,  कारमेल रंग,  एस्पार्टम, फास्फोरिक एसिड, पोटेशियम बेंजोनेट, नेचुरल टेस्ट वाले फ्लेवर, साइट्रिक एसिड और कैफिन से बनाया जाता है। डाइट कोक में कैलोरी और शुगर कम होती है, इसलिए हेल्थ कॉन्शियस लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं।

      डाइट कोक मार्केट में कई फ्लेवर में आते हैं जैसे डाइट कोक कैफिन फ्री,  डाइट कोक विद लेमन, डाइट कोक विथ लाइम, डाइट कोक ब्लैक चेरी वनीला, डाइट कोक प्लस आदि।

 रेगुलर कोक और डाइट कोक में क्या अंतर है?

       रेगुलर कोक और डाइट कोक को समझने के बाद कैसे यह दोनों एक दूसरे से अलग है अब हम इनके बीच के अंतर को समझ लेते हैं।

 रेगुलर कोक – बहुत अधिक कैलोरी वाला होता है।

 डाइट कोक – इसमें कम या ना के बराबर कैलोरी होती है।

 रेगुलर कोक –  उच्च फ़्रक्टोज कॉर्न सिरप का प्रयोग किया जाता है।

 डाइट कोक – आर्टिफिशियल मिठास के साथ सुगंधित किया जाता है।

 रेगुलर कोक  – स्वाद में थोड़ा हार्ड और अच्छा होता है।

 डाइट कोक  – स्वाद में कुछ खास नहीं होता है।

 रेगुलर कोक – फ़्रक्टोज सामग्री में चीनी के कारण मिठास होती है।

 डाइट कोक – कम शर्करा वाला होता है, एस्पार्टम के कारण मिठास होता है।

 रेगुलर कोक – जो वजन के लिए चिंतित नहीं है, उन लोगों के लिए बेस्ट है।

 डाइट कोक – वजन कम करने के नाम से, जो चिंतित रहते हैं उन लोगों के लिए बेस्ट है।

 रेगुलर कोक को कब चुने :

यदि सोडा आप कभी-कभी पीने का शौक रखते हैं।

 उच्च कैलोरी वाले पेय पदार्थ या खाद्य पदार्थों से कोई प्रॉब्लम ना हो।

 एस्पार्टम जैसे कृत्रिम स्वीटनर से एलर्जी जैसी कोई समस्या ना हो।

 डाइट कोक को कब चुने :

 वजन कम करने के प्रयास में है,तो कैलोरी कम करने के लिए इसका उपयोग करें।

 मिठाई शराब या अन्य कोल्डड्रिंक को अतिरिक्त कैलोरी की वजह से छोड़ रहे हैं।

 एस्पार्टम से सिर दर्द या अन्य कोई साइड इफेक्ट ना हो, जो डाइट कोक में आर्टिफिशियल  स्वीटनर है।

 मधुमेह रोगी भी उपयोग कर सकते हैं।

कोक जीरो क्या होता है?

     अक्सर लोगों को डाइट कोक और कोक जीरो में भी कंफ्यूजन होता है। कोक जीरो कोको कोला जीरो कैलोरी के नाम से भी जाना जाता है। यह भी कार्बोनेटेड पानी, कारमेल रंग, एस्पार्टम, फास्फोरिक एसिड, पोटेशियम बेंजोएट, नेचुरल फ्लेवर वाले पदार्थ, साइट्रेट,  कैफीन और इस्सेल्फेंम पोटेशियम से बना होता हैं। डाइट कोक और कोक जीरो में ज्यादा अंतर नहीं होता है,  क्योंकि दोनों लगभग समान तत्व से बनाए जाते हैं। हालांकि दोनों के मिश्रण की प्रक्रिया में फर्क होता है। डाइट कोक में को ज्यादातर महिलाएं उपयोग करती हैं जबकि जीरो कोक पुरुषों के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं।

 डाइट कोक और जीरो कोक में अंतर क्या है?

 कोको कोला कंपनी के अनुसार कोको कोला के दोनों ब्र वैरायटी कम कैलोरी और  कम शुगर के साथ लोगों के फेवरेट ड्रिंक में शामिल है। ऐसा इसलिए क्योंकि दोनों एक ही प्रकार के मिठास एस्पार्टम और इस्सेल्फेंम पोटेशियम के उपयोग से बनाए जाते हैं। इन दोनों के बीच थोड़ा अंतर यह है कि कोक जीरो क्लासिक/ रेगुलर कोक की तरह स्वादिष्ट होता है, जबकि डाइट कोक का स्वाद थोड़ा हल्का होता है, क्योंकि इसे सेहत के आधार पर अलग स्वाद के साथ तैयार किया गया है।

 कोको कोला कोल्ड ड्रिंक  से जुड़े अन्य सवाल

 क्या डाइट कोक सेहत के लिए फायदेमंद है?

डाइट कोक कहने के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसके लगातार सेवन से शरीर पर काफी हानिकारक इफेक्ट पड़ सकते हैं। इसके  सेवन से किडनी की पुरानी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डाइट कोक पीने वाले को पथरी का खतरा अधिक होता है। महिलाओं द्वारा इसका ज्यादा सेवन करने से समय पहले डिलीवरी और मोटापा की समस्या हो सकती है।

 रेगुलर कोक पीने से क्या होता है?

 रेगुलर कोक  तुरंत शरीर शुगर से भर देती हैं, जो डायबिटीज का कारण बन सकती है। इंसुलिन तेजी से रिलीज होता है और अगर बार-बार आपके इन्सुलिन हॉर्मोन डिस्टर्ब होगा,तो सेहत के लिए काफी  नुकसानदायक हो सकता है।

 कोक जीरो सेहत के लिए कैसे अच्छा है?

 कोक जीरो शुगर और कैलोरी नहीं होती है और इसमें सेहत दृष्टि से कुछ पौष्टिक तत्व भी नहीं होते हैं। इसमें  मिलाया गया आर्टिफिशियल स्वीटनर भी ज्यादा मात्रा में स्वास्थ के लिए हानिकारक होते हैं। इसलिए कोक जीरो को सेहत के लिए अच्छा माना जाना विवादास्पद है।

 डाइट कोक को मीठा करने के लिए क्या डाला जाता है?

डाइट कोक के मिठास के लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर एस्पार्टम और इस्सेल्फेंम पोटेशियम का उपयोग किया जाता है।

           तो दोस्तों आज के ” कुछ लिखे ” लेख में हमने आपको कोक और डाइट कोक में क्या अंतर होता है? इसके बारे में विस्तार से बताने के साथ-साथ जीरो कोक के बारे में बताया है। इस लेख को पढ़ने के बाद कोको कोला कोल्ड ड्रिंक से जुड़े आपके सारे कंफ्यूजन दूर हो गए होंगे। यदि अब भी कोई सवाल आपके मन में है,तो कमेंट बॉक्स में लिखें। 

चिकन पॉक्स के गड्ढे कैसे भरें

कार लोन कैसे मिलेगा ?

ऑपरेशन के बाद कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए


1 Comment

प्रोडक्ट रिटर्न कैसे करें - कुछ सीखे · 11/10/2022 at 6:02 pm

[…] कोक और डाइट कोक  में क्या अंतर है? […]

Leave a Reply

Your email address will not be published.