देश की रक्षा के लिए भारत के सेना में भर्ती होने का सपना संजोये हुए युवा वर्ग के लिए विगत 16 जून 2022 को देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा अग्निपथ योजना को आम नागरिकों के समक्ष लाया गया है। इस अग्निपथ योजना के तहत भारत के सहस्त्र बल के तीनों सेवाएं इंडियन आर्मी, इंडियन एयरफोर्स और इंडियन नेवी में कमीशन अधिकारियों के पद के नीचे के सभी पदों पर सैनिकों की भर्ती की जाएगी।

       शॉर्ट सर्विस कमीशन पर आधारित इस अग्निपथ स्कीम की घोषणा देश और युवा दोनों के सुंदर भविष्य को ध्यान में रखकर की गई है। हालांकि देश के कुछ क्षेत्र के युवा वर्ग इस अग्निपथ स्कीम के महत्व से अनजान है। आज “कुछ सीखें” के इस लेख में हम आपको इस अग्निपथ योजना संबंधित सारी महत्वपूर्ण जानकारी बताने के साथ-साथ इस योजना के फायदे, उनकी विशेषताओं  और इससे जुड़ी भ्रांतियों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

 अग्निपथ योजना क्या है?

 यह योजना भारत के थल सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों की भर्ती की एक प्रक्रिया है। इस अग्निपथ योजना के तहत प्रत्येक वर्ष 45000 युवाओं का 4 साल के सेवा अवधि के लिए सैनिकों के पद पर भर्ती की जाएगी। इन भर्ती के नौजवानों को आजीवन अग्निवीर के नाम से जाना जाएगा। इसी 4 साल के सेवा अवधि के दौरान उन्हें 6 माह का प्रशिक्षण और जरूरी छुट्टियां दी जाएगी। 4 साल की सेवा कार्य पूर्ण होने के बाद चयनित सभी अग्निवीरो में से 25% नौजवानों को सेना के साथ परमानेंट किया जाएगा। जबकि 75 प्रतिशत अग्निवीरों को एकमुश्त रिटायरमेंट की राशि देकर सेवा से मुक्त किया जाएगा।

 अग्निपथ योजना की मुख्य बातें :

     अग्निपथ योजना पर आधारित सेना भर्ती परीक्षा में आवेदक की न्यूनतम उम्र 17.5 वर्ष और अधिकतम 21 वर्ष निर्धारित की गई है। इस परीक्षा के लिए आवेदक को  10वीं या 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए। अग्निवीरों का चयन  लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट के आधार पर तैयार मेरिट लिस्ट से किया जायेगा, जिसके उपरांत  6 माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही 4 साल की सेवा अवधि शुरू हो जाएगी। जिसमें आकर्षित मासिक वेतन और सेवा कार्य पूर्ण होने के बाद एकमुश्त  सेवा निधि पैकेज प्रदान किया जाएगा। साथ ही इंश्योरेंस कवर 48 लाख की राशि का मिलेगा और आजीवन अग्निवीर के प्रमाण पत्र के आधार पर भारत सरकार के अन्य क्षेत्रों में भर्ती के लिए छूट के प्रावधानो के साथ लाभ दिया जाएगा।

 इस अग्निपथ योजना को लागू करने के पीछे सरकार का मोटिव –

1. सशक्त, अनुशासित  और कुशल युवाओं द्वारा सिविल सोसाइटी में बेहतर वातावरण।

2. राष्ट्रीय एकता के मद्देनजर महिलाओं सहित सभी वर्ग के युवाओं को समान अधिकार।

3. ज्यादा से ज्यादा युवाओं को सहस्त्र बलों के साथ राष्ट्र सेवा का सुनहरा अवसर।

4. सैन्य प्रशिक्षण, टीम में रहने की क्षमता, अनुशासित दिनचर्या से एक जिम्मेदार नागरिक का जन्म।

5. सेवा अवधि खत्म होने के बाद भी पढ़ाई, बिजनेस या नौकरी के क्षेत्र में प्राथमिकता से बेरोजगारी की संख्या में कमी।

6. अच्छा वित्तीय पैकेज और अग्निवीर की उपाधि से समाज में युवाओं का मान बढ़ेगा।

7. देश की सेना बल हमेशा से युवा रहेगी।

8. 17 से 21 का जो साल साधारण कॉलेज के पढ़ाई और मौज मस्ती में निकाल देते हैं। उन 4 सालों में सैलरी और रिटायरमेंट दोनों को कमाने का अवसर मिलेगा।

9. देश में रोजगार के अवसर में बढ़ोतरी होगी, साथ में युवा संचालन से देश की सुरक्षा मजबूत होगी।

10. युवाओं के जीवन स्तर में सुधार होगा। वो जिम्मेदार और आत्मविश्वासी बनेंगे।

 अग्निपथ योजना के तहत शामिल वेतन व अन्य लाभ

1. कुल वेतन लाभ – प्रथम वर्ष में मासिक कुल वेतन 30,000 होगा,  जिसमें से इन हैंड सैलेरी 21000 मिलेगी और 9000 पेंशन के लिए काटा जाएगा। ठीक इसी प्रकार दूसरे वर्ष में 33000 की कुल सैलरी में से  9900 काट के 23100 इन हैंड मिलेगा। तीसरे वर्ष में 36500 की कुल सैलरी में से 10950 काट के 25580 की राशि मिलेगी और चौथे व आखिरी वर्ष में मासिक वेतन 40000 से 12000 कटौती करने के बाद 28000 अग्निवीरों के हाथ में मिलेगा।  वेतन से कटौती किए गए फंड के बराबर राशि सरकार के फंड से जोड़कर ब्याज सहित सेवा अवधि के बाद रिटायरमेंट में ₹11.71 लाख सेवा निधि पैकेज के रूप में प्राप्त होगी।

2. भत्ता – सभी अग्निवीरों को रहने, खाने, आने, जाने संबंधित सारी सुविधा मुफ्त में प्रदान की जाएगी। साथ ही सेना कैडर को प्राप्त होने वाली सारी सुविधाएं भी दी जाएगी। सर्विस हॉस्पिटल भी मेडिकल की भी सारी सुविधा उपलब्ध होगी ।

3. मृत्यु मुआवजा – इन 4 साल की अवधि के बीच में यदि किसी अग्निवीर  की सामान्य मृत्यु हो, तो  ₹48 लाख का इंश्योरेंस कवर और सरकार कंट्रीब्यूशन के साथ सेवा निधि फंड की राशि ब्याज सहित दी जाएगी। और यदि इस दौरान कोई अग्निवीर शहीद हो जाए तो ₹48 लाख का इंश्योरेंस कवर, ₹ 44 लाख की एकमुश्त राशि और पूरे 4 साल की वेतन सेवा निधि के साथ शहीद के परिवार को प्रदान किया जाएगा।

4. विकलांगता मुआवजा – सेना के चिकित्सा अधिकारी द्वारा विकलांगता का प्रतिशत निर्धारित किया जाएगा। 50, 75 और 100% विकलांगता के आधार पर ₹15 ₹25 ₹44 लाख की एकमुश्त राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही पूरे 4 साल का वेतन और संपूर्ण सेवा निधि की राशि भी दी जाएगी।

 5.सर्टिफिकेट  – अग्निवीरो का 4 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद कठोर, पारदर्शी चयन प्रकिया के तहत 25% सर्वश्रेष्ठ युवाओं का सेना में स्थायी चयन और सेवा मुक्त 75% युवाओं को अग्निवीर सर्टिफिकेट /  उपाधि प्रदान किया जाएगा। जिसके अंतर्गत वो अग्निवीर को प्रदान की जाने वाली छूट का लाभ ले सकते हैं।

 अग्निपथ योजना के अंतर्गत अग्निवीरो की भर्ती कैसे होगी

     देश के सहस्त्र बल आर्मी, नेवी और एयरफोर्स पुरानी सारी भर्ती प्रक्रिया को रद्द करते हुए अब अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की भर्ती की जाएगी। सभी पदों के लिए एक समान योग्यता और उम्र का निर्धारण किया गया है। सेना में भर्ती के लिए इच्छुक उम्मीदवार को वायु सेना, नौसेना और थलसेना के द्वारा जारी नोटिफिकेशन के आधार पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। जिसके बाद लिखित परीक्षा और फिजिकल टेस्ट सहित सारी भर्ती प्रक्रिया 90 दिन के अंदर कर ली जाएगी। पूरे देश में स्थित सलेक्शन सेंटर के माध्यम से तैयार मेरिट लिस्ट से चयनित उम्मीदवार 180 दिन के बाद पहले चरण के अग्निवीर रिक्रूटमेंट सेंटर  में लाए जाएंगे और एक साल के अंदर ये अग्निवीर भारतीय सेना के बटालियन में शामिल होंगे।

 4 साल के कार्यकाल के बाद 25%  अग्निवीरो का स्थायी चयन प्रक्रिया

     सहस्त्र बलों के कठोर नियम के तहत 25% अग्निवीरों का स्थायी सेलेक्शन किया जाएगा और उन्हें व्यापक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि बदलती परिस्थितियों के अनुकूल ये अग्निवीर सशक्त ऊर्जावान और अपने अनुभव से राष्ट्र के लिए बेहतर उदाहरण बन सके। इस दौरान संपूर्ण प्रक्रिया पारदर्शी होगी, कोई भेदभाव जैसी स्थिति निर्मित नहीं होगी। जिसमें काबिलियत होगा, वही अग्निवीर वायु सेना, नौसेना और थलसेना में सेवा का मौका पा सकेंगे। अग्निपथ योजना के तहत इन 25% अग्निवीरों को सेना के किसी भी रेजिमेंट, यूनिट या प्रतिष्ठान में तैनाती दी जा सकती है। अग्निवीर महिलाऐं  युद्धपोत पर तैनात होंगी।साथ ही समय-समय पर प्रोत्साहन हेतु अग्निवीर सम्मान और पुरस्कार भी  दिए जाएंगे।

75% अग्निवीर, जो सेवा मुक्त  होंगे उनका क्या होगा

      4 साल तक अग्निपथ योजना के तहत भारतीय सेना के  बटालियन में अपनी सेवा देने के बाद 75% अग्निवीर सेवा निधि के साथ सेवा मुक्त होंगे। इन अग्निवीरों के पास 12वीं के बाद कोई डिग्री नहीं है, तो वो आगे क्या कर सकेंगे। इसके लिए सरकार ने कई बेहतर विकल्प उनके सामने रखे हैं,  आइए जानते हैं : –

1.  पुलिस में भर्ती होना चाहते हैं, तो यूपी, एमपी,  हरियाणा,  उत्तराखंड जैसे राज्य सरकार द्वारा राज्य पुलिस की भर्ती में अग्निवीर को छूट की पात्रता होगी।

2. केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और असम राइफल के साथ सेवा करना चाहते हैं तो यहां भी उन्हें छूट की पात्रता होगी।

3. केंद्र सरकार के अंतर्गत विभिन्न विभागों में नियुक्ति के लिए अग्निवीर युवाओं को विशेष छूट दिया जाएगा।

4. बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एनएसजी और एसएसबी जैसे भर्ती प्रक्रिया में अग्निवीरों को प्राथमिकता मिलेगी।

5. बिजनेस के लिए इच्छुक अग्निवीरों को वित्तीय पैकेज और बैंक लोन की जैसे सुविधा में छूट मिलेगी।

6. पढ़ाई के लिए इच्छुक युवाओं को अपने पसंद के कोर्स में उम्र और फीस की छूट की पात्रता होगी।

                 इस तरह अग्निपथ योजना के तहत सेवा मुक्त अग्निवीरों की लाइफ पहले की अपेक्षा बेहतर होना निश्चित है।

 अग्निपथ योजना के संबंध में कुछ निराधार तथ्यों की विवरण :

1.  4 साल बाद अग्निवीर का भविष्य दांव पर – युवाओं का कहना है कि 17 साल की उम्र में अग्निवीर बनने की स्थिति में वो कोई भी प्रोफेशनल डिग्री या ग्रेजुएशन नहीं कर पाएंगे। जिसके कारण अन्य क्षेत्रों के रिक्त पदों के लिए पात्र नहीं हो पाएंगे और हार कर उन्हें कोई छोटी नौकरी तक ही सीमित होना पड़ेगा।

              जबकि ऐसा कहना गलत है क्योंकि सरकार सभी सेवा मुक्त अग्निवीरों  को हर क्षेत्र में विशेष छूट व प्राथमिकता  दे रही है। जो पढ़ाई की इच्छुक हैं, वो इस प्रमाण पत्र के आधार पर आगे की पढ़ाई भी जारी रख सकते हैं। जो उद्यमी बनना चाहते हैं, उनके लिए बैंक लोन राशि में छूट दी जा रही है और तो और राज्य पुलिस बल और केंद्रीय सुरक्षा बलों में भी अग्निवीरों को प्राथमिकता दिया जा रहा है।

2. पुराने सैन्य बलों के कार्य प्रभावित – कुछ लोगों का कहना है कि अग्निपथ योजना से  पुराने सैन्य बलों के कार्य प्रभावित होंगे। जबकि नए तरीके से अग्निवीरों के चयन होगा, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली वही होगी जो पुराने सैन्य बलों का है। इससे कोई कार्य प्रभावित नहीं होंगे।

3. अग्निवीरो को अलाउंस नहीं मिलेगा – अग्निवीरों को अलाउंस नहीं मिलने की बात बताई जा रही है। जबकि ऐसा नहीं है, अग्निवीरों को सारी सुविधा दी जाएगी, जो आम सैनिकों को मिलती है। बल्कि अग्निवीरों का अलाउंस आम सैनिकों से ज्यादा ही होगा। 

4. चयनित अग्निवीर युवा को आगे अवसर नहीं – 25 प्रतिशत चयनित अग्निवीर युवाओं  को सभी सहस्त्र बलों में नियुक्ति का अवसर मिलेगा। जिसके बाद उन्हें आंतरिक परीक्षा के दौरान प्रमोशन भी दिया जाएगा।

 अग्निपथ योजना 2022 की भर्ती सूचना

 सशस्त्र सेना बल के तीनों प्रमुख द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी गई है कि वायु सेना 24 जून 2022 को, नौसेना 25 जून 2022 को और थल सेना 1 जुलाई 2022 को अपने आधिकारिक वेबसाइट पर अधिसूचना  जारी करेगा। जिसके तहत इस साल आर्मी में 40000,  नेवी में 3000 और एयरफोर्स में 3500 अग्निवीरों का भर्ती किया जाएगा।

    तो दोस्तों आशा है, आज के हमारे “कुछ लिखे” लेख में अग्नि पथ योजना से जुड़ी सारी जानकारी आपको मिल गई होगी। उम्मीद करते है यह महत्वाकांक्षी योजना के बारे में जानने के बाद आपके मन से भ्रम और गलतफहमी  दूर हो गई होगी। अगर भारत सरकार की इस योजना के बारे में आप भी कुछ कहना चाहते हैं या जानना चाहते हैं तो कमेंट सेक्शन में अपने विचार हमसे जरूर साझा करें।

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